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दुर्ग नगर निगम के ऐसे वार्ड जहां कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में कैसे मुकाबला होगा आसान ?


ind24tv.com// दुर्ग नगर पालिक निगम चुनाव के मतदान की तारीख में अब तीन दिन शेष रह गए हैं, ऐसे में प्रमुख राजनीतिक पार्टी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के पार्षद प्रत्याशी अपने-अपने वार्ड में प्रचार एवं जनसंपर्क अभियान में और ज्यादा तेजी लाते हुए, अपने मतदाताओं को अपनी सोच और योजनाओं से अवगत करा रहे हैं, परंतु दुर्ग नगर निगम का पूर्व इतिहास रहा है कि दुर्ग नगर पालिक निगम में कभी भी भारतीय जनता पार्टी बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई, ऐसे में मुकाबला को एक तरफा कहना कहीं से भी उचित नहीं होगा,
  दुर्ग नगर निगम के 60 वार्ड में से कुछ वार्ड ऐसे हैं जहां कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में है, दुर्ग नगर निगम के वह वार्ड जहां कांग्रेस मजबूती स्थिति में है,
वार्ड नंबर 40 जो कांग्रेस का गढ़ रहा है जहां से कांग्रेस अपना सीट कभी नहीं हारी, इस बार भी वार्ड नंबर 40 में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है, वार्ड नंबर 41 की बात करें तो वार्ड नंबर 41 में महिला आरक्षण के बाद अब यह सीट पूर्व पार्षद खोखर की धर्मपत्नी रुबीना खोखर लड़ रही है और जिस तरह पिछले बार चुनावी जंग भाजपा के साथ था, इस बार ऐसा कोई शोर सुनाई नहीं दे रहा, यह वार्ड एक बार फिर रिकार्ड मतों से जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही है, इस बार से कांग्रेस की जीत सुनिश्चित होने के साथ-साथ रिकार्ड मतों से जीत की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता,
  वार्ड नंबर 43 की बात करें तो वार्ड नंबर 43 से भी कांग्रेस की जीत लगभग सुनिश्चित है, मुहर 15 तारीख को लगेगी किंतु इस वार्ड के पूर्व पार्षद के रूप में दीपक साहू की साफ़ छवि का पूरा फायदा एक बार फिर पार्षद प्रत्याशी के रूप में दीपक साहू को मिलेगा, ऐसे में इस वार्ड में कांग्रेस की है, वार्ड नंबर 44 की बात करें तो वार्ड नंबर 44 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में प्रकाश जोशी चुनावी मैदान में है, इस वार्ड से प्रकाश जोशी लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के रूप में वार्ड की जनता के पहली पसंद है, ऐसे में वार्ड नंबर 44 से कांग्रेस की जीत को नकारा नहीं जा सकता,
  ऐसे ही वार्ड नंबर 27 की बात करें तो वार्ड नंबर 27 से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में मनीष बघेल चुनावी मैदान में है, मनीष बघेल भी अपने वार्ड में काफी लोकप्रिय हैं विकास कार्य और सतत आम जनता से जुड़े रहने के कारण क्षेत्र की जनता एक बार फिर मनीष बघेल के पक्ष में नजर आ रही है,
  वार्ड नंबर 39 की बात करें तो वार्ड नंबर 39 में बदलाव की बयार चल रही, ऐसा माना जा रहा है कि इस बार से शुकून ढीमर की वापसी हो सकती है, इस वर्ष से भारतीय जनता पार्टी से गुलाब वर्मा चुनावी मैदान में है, इस वार्ड में जीत किसकी होगी यह कोई भी नहीं बता रहा मुकाबला कड़ा है और जीत का अंतर काफी कम होने की बात कही जा रही है, वार्ड नंबर 13 की बात करें तो वार्ड नंबर 13 से संजय कोहले एक बार फिर जीत की ओर बढ़ रहे है, वार्ड नंबर 13 से संजय कोहली की जीत भी निश्चित मानी जा रही है, वार्ड वासियों के अनुसार संजय कोहले लगातार सक्रिय जनप्रतिनिधि के रूप में कार्य करते आ रहे हैं, और एक बार फिर जनता उन्हें मौका देगी,
  वार्ड नंबर 36 की बात करें तो,  इस वार्ड से कांग्रेस प्रत्याशी तो चुनावी मैदान में नहीं है, परंतु जिस प्रत्याशी को बढ़त मिलती दिख रही है, वह कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में नजर आ रहा है ऐसे में वार्ड नंबर 36 से प्रतिभा गुप्ता और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूनम यादव से वर्तमान समय में आगे नजर आ रही है, वार्ड नंबर 51 से पोषण साहू भी वार्ड की जनता की पहली पसंद के रूप में सामने आ रहे हैं, वार्ड की जनता एक बार फिर पोषण साहू को जनप्रतिनिधि के रूप में नगर निगम भेजना की बात कर रही है, वार्ड 51 से भारतीय जनता पार्टी ने साजन जोसेफ को चुनावी मैदान में उतारा है, वर्तमान समय तक मुकाबला जमीनी स्तर पर देखा जाए तो एक तरफ है, परंतु चुनावी जंग में जीत किसकी हो या अंतिम मोहर लगने के बाद ही निश्चित होता है
  ऐसे ही वार्ड नंबर 38 की बात करें तो वार्ड नंबर 38 से जिस तरह से एक पूरा वर्ग भाजपा प्रत्याशी से नाराज चल रहा है, इस बार से कांग्रेस के मनोज सिन्हा की जीत की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा, वहीं वार्ड नंबर 7 से इस बार सरोज यादव कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं, वार्ड नंबर 7 में एक बार फिर कांग्रेस का कब्जा बरकरार रहने की बात क्षेत्र की जनता कर रही है, शहर के ऐसे अन्य कई वार्ड है जहां कांग्रेस के प्रत्याशी काफी मजबूत स्थिति में है, मतदान के तीन दिन से ऐसे में मुकाबला रोचक होते जा रहा है, राजनीतिक उठापटक कब किस ओर चली जाए कहां नहीं जा सकता,
  स्थितियां दिन प्रतिदिन बदलती जा रही हैं और मुकाबला रोचक होता जा रहा है, ऐसे में अगर भाजपा अपने पुराने रिकॉर्ड को कायम रखती है तो महापौर प्रत्याशी के लिए अभी और मेहनत की जरूरत है, 9 फरवरी को प्रचार के अंतिम दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का रोड शो है, ऐसे में भाजपा इस रोड शो के जरिए मतदाताओं को कितना अपने ओर आकर्षित करती है, यह 11 फरवरी के मतदान और 15 फरवरी के परिणाम के बाद ही सामने आएगा, अभी लोकतंत्र के महापर्व के अंतिम दौर में राजनीतिक चहल-पहल अपने पूरे तूफान पर है, और सभी को 11 फरवरी का इंतजार है……

Dhanendra Namdev

Editor, IND24tv.com

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