छत्तीसगढ़बालोद

गर्मी में जलस्तर हुआ कम, तालाबों को भरने के लिए बांध का खुला गेट,

गोंदली बांध का आरबीसी गेट खुला, 315 क्यूसेक पानी छोड़ने का निर्णय

बालोद, छत्तीसगढ़// बालोद शहर सहित ब्लाक के निस्तारी तालाबों के लिए सिंचाई विभाग ने गोंदली जलाशय का दूसरा यानी आरबीसी गेट खोल दिया है। 24 घंटे में 315 क्यूसेक पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया है। परिस्थिति अनुसार बाद में ज्यादा या कम मात्रा मं पानी छोड़ सकते हैं, ऐसा विभागीय अफसर कह रहे हैं। इसके पहले एलबीसी गेट के माध्यम से डौंडीलोहारा ब्लॉक के गांवों के निस्तारी तालाबों के लिए 90 क्यूसेक पानी छोड़ रहे थे। वर्तमान में एलबीसी गेट से सिर्फ 10 क्यूसेक पानी छोड़ रहे हैं।

सिंचाई विभाग के अनुसार डौंडीलोहारा ब्लॉक के अधिकांश निस्तारी तालाबों मं पानी पहुंच चुका है। बालोद ब्लॉक के तालाबों में भी अगले एक सप्ताह में पानी , पहुंचने का अनुमान है। निस्तारी संकट दूर करने के लिए हर साल सिंचाई विभाग अप्रैल में जलाशयों का गेट खोलकर पानी छोड़ता है। इस बार अप्रैल के पहले सप्ताह में तांदुला, खरखरा व मटियामोती बांध के गेट खोले गए। जिसके बाद गोंदली जलाशय के गेट को खोलकर तालाबों के लिए पानी छोड़ रहे हैं। सिंचाई विभाग के अनुसार अगले एक सप्ताह तक सभी जलाशयों के गेट खुले रहेंगे। अधिकांश निस्तारी तालाबों मं पानी पहुंच रहा है। जिससे लोगों को निस्तारी संकट का सामना नहीं करना पड़ रहा है।

सिंचाई विभाग के अनुसार तांदुला जलाशय में वर्तमान में 17.80 फीट और गोंदली जलाशय में 18 फीट पानी बाकी है। तांदुला जलाशय से वर्तमान में 24 घंटे में 1448 क्यूसेक पानी छोड़ रहे है। इस वजह से रोजाना जलस्तर 0.30 फीट कम हो रहा है। वहीं गोंदली जलाशय का जलस्तर रोजाना 0.10 से 0.20 फीट कम हो रहा है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि एक सप्ताह बाद गेट को बंद करेंगे, जिसके बाद बचे पानी का उपयोग आपातकाल में किया जाएगा। जून में मानसून की दस्तक होने के साथ जलस्तर में इजाफा होने का अनुमान है। फिलहाल सभी जलाशय के गेट खुले है, पानी निकल रहा है, इस वजह से जलस्तर घटते क्रम पर है।

तांदुला, गोंदली, खरखरा, मटियामोती जलाशय चार जिले व बीएसपी के लिए महत्वपूर्ण है। तांदुला जलाशय का पानी बालोद जिले के अलावा दुर्ग व बेमेतरा जिले के खेतों तक पहुंचता है। इसके अलावा 900 से ज्यादा तालाबों मं निस्तारी के लिए पानी छोड़ते है। गोंदली का पानी बालोद व डौंडीलोहारा ब्लॉक के खेतों तक पहुंचता है। यहां से खरीफ सीजन में सिंचाई के लिए भी पानी छोड़ते है। मटियामोती जलाशय से राजनांदगांव में पेयजल संकट दूर करने के लिए पानी छोड़ा जाता है। नगर निगम राजनांदगांव से एग्रीमेंट अनुसार राजनांदगांववासियों के लिए मटियामोती जलाशय से अप्रैल से जून तक 200 मिलियन घनफीट पानी हर साल सप्लाई करने का निर्णय लिया गया है।

Dhanendra Namdev

Editor, IND24tv.com

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