
बिलासपुर, छत्तीसगढ़// एसईसीआर कमाई के मामले में भले ही देश में दूसरे स्थान पर हो, बिना टिकट यात्रियों पर जुर्माना वसूलने में एसईसीआर जोन बहुत ही पीछे है इसे टॉप 10 से बाहर कर दिया गया है यह देश में सबसे आखिरी पायदान पर है, इससे साफ होता है कि जोन में टिकट चेकिंग अभियान खानापूर्ति के लिए चलाया जा रहा है। देश में वर्ष 2023-24 के दौरान चेकिंग अभियान से 2231 करोड़ रूपए वसूला गया। बिना टिकट सफर करने वाले यात्रियों में जुर्माना का यह अब तक का सबसे बड़ा रिकार्ड है। देश के कई जोन ने टिकट चेकिंग अभियान में रिकार्ड बनाया है। लेकिन एसईसीआर टॉप टेन से ही बाहर हो गया है। माना जा रहा है कि बड़ी संख्या में लगातार ट्रेनें रद्द करने का भी एक असर है। यात्रियों से जुर्माना वसूलने में मध्य रेलवे टॉप पर है। उसने 46.26 लाख यात्रियों से 300.06 करोड़ रूपए की वसूली की है। इसके बाद उत्तर रेलवे का नंबर आता है। इसने 38.50 लाख यात्रियों पर 250.03 करोड़ रूपए का जुर्माना लगाया है।
तीसरे नम्बर में पूर्व मध्य रेलवे ने 39.84 लाख यात्रियों से 238.12 करोड़ की वसूली की है। चौथे नंबर में दक्षिण मध्य रेलवे 34.69 लाख यात्रियों पर 220.81 और पांचवे नंबर में पश्चिम रेलवे 27.66 लाख यात्रियों पर 137.89 करोड़ जुर्माना किया। देश के दूसरे जोन के मुकाबले एसईसीआर में ट्रेनों और यात्रियों की संख्या कम है। ऐसे में टिकट चेकिंग अभियान चलाने के बावजूद ज्यादा जुर्माना वसूल नहीं होता है। वहीं देश के टॉप 10 जोन से एसईसीआर बाहर है।
स्टेशनों में कोई भी बिना टिकट करता है आवागमन
स्टेशनों में कोई भी टीटीई नजर नहीं आते है, इसकी वजह से एसईसीआर के रेलवे स्टेशनों में कोई भी बिना टिकट आवागमन कर लेता है। ट्रेन के प्लेटफार्म में आने के दौरान टिकटों की जांच करने एक भी टीटीई नहीं रहता है। यह हाल जोन के लगभग सभी स्टेशनों का है। इसकी वजह से टिकट चेकिंग अभियान में एसईसीआर फिसड्डी है।