श्रीनगर को मिला विश्व शिल्प नगरी का दर्जा, शिल्प से संवरेगी श्रीनगर की सीरत, बढ़ेगा पर्यटन

Ind24tv.com// अपने अनूठे और अद्वितीय हस्तशिल्प के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध श्रीनगर को विश्व शिल्प नगरी घोषित किया गया है। इससे न सिर्फ स्थानीय हस्तशिल्प उद्योग को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि सदियों से परंपरागत हस्तशिल्प कला को आगे बढ़ा रहे हस्तशिल्पियों और कारीगरों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में भी मदद मिलेगी।
यह कश्मीर में पर्यटन को भी गति देगा। विश्व शिल्प नगरी की उपलब्धि प्राप्त करने वाला श्रीनगर देश का चौथा और उत्तरी भारत का पहला शहर है। इससे पूर्व मल्लापुरम, जयपुर और मैसूर को विश्व शिल्प नगरी के रूप में मान्यता मिल चुकी है। श्रीनगर को यूनेस्को क्रिएटिव सिटी के रूप में भी मान्यता मिल चुकी है। झेलम नदी के दोनों तरफ बसा श्रीनगर शहर दुनिया के प्राचीन शहरों में एक है। श्रीनगर में शाल–कालीन बुनकर, कढ़ाई करने वाले, लकड़ी विशेषकर अखरोट की लकड़ी का नकाशी दर समान तैयार करने वाले, हाथ से तांबे के बर्तन तैयार करने वाले, पेपरमासी चांदी के बर्तन व गहने बनाने वाले, चमड़े का सामान तैयार करने वाले कारीगरों की एक बड़ी तादाद है।