Ind24tv.com// सांस फूलने को डिस्पेनिया कहते हैं ऐसी स्थिति में फेफड़ा में पर्याप्त मात्रा में हवा नहीं आ पाती है। हृदय और फेफड़ों में किसी तरह की समस्या के कारण सांस लेने में दिक्कत हो जाती है जबकि कुछ लोगों की अचानक से सांस फूलने लगती है। सांस फूलने का इलाज आप घरेलू उपाय की मदद से भी कर सकते हैं सांस फूलने के घरेलू उपाय असरकारी भी होते हैं, और उनके कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ते। तो चलिए आपको बताते हैं सांस फूलने के कारण एवं घरेलू उपचार
ओवरवेट होने या मोटापे धूम्रपान वायु में मौजूद किसी प्रदूषण अत्यधिक ठंड कठिन व्यायाम और एंजाइटी के कारण सांस फूल सकती है, इसके अलावा अस्थमा एनीमिया क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पलमोनरी डिजीज, हृदय का ठीक तरह से कम ना करना फेफड़ों के कैंसर और तब की वजह से सांस फूल सकती है।
सांस फूलने का घरेलू उपचार है
होठों को सिकोड़ना
गर्दन और कंधे की मांसपेशियों को आराम दे, दो बार नाक से धीमी सांस ले और मुंह को बंद रखें जैसे सिटी बजाते समय हमारे होंठ होते हैं वैसे रखें, धीरे से होठों से सांस छोड़ें और चार तक गिनती करें अगर फेफड़े में हवा फस गई है तो वह भी इस उपाय से निकल जाएगी।
गहरी सांस लेना
पेट से गहरी सांस लेने से भी सांस लेने में दिक्कत दूर हो सकती है लेट जाएं और दोनों हाथों को पेट पर रखें अब नाक से गहरी सांस ली और पेट को फूलाते हुए फेफड़ों में हवा भर कुछ सेकेंड के लिए सास को रोक कर रखे धीरे-धीरे मुंह से सांस लेते रहे और फेफड़ों में भरी हवा को बाहर निकल 5 से 10 मिनट के लिए इसे दोहराते रहे।
कॉफी पीने से भी मिलती है राहत
कॉफी में मौजूद कैफ़ीन श्वसन मार्ग की मांसपेशियों को आराम देता है इससे फेफड़ों के कार्यों में सुधार आता है और वह लगभग 4 घंटे तक अपना कार्य ठीक तरह से कर पाते हैं सांस फूलने के घरेलू उपचार के रूप में ब्लैक कॉफी पीए लेकिन सीमित मात्रा में।
भाप लेने से
भाप लेने से नासिक मार्ग खुल जाता है इससे सांस लेने में आसानी होती है। बाप की गर्मी और नमी भी फेफड़ों में जमा म्यूकस को तोड़ सकती है। जिससे सांस लेने में हो रही दिक्कत काम हो सकती है एक बर्तन में गर्म पानी भर और उसमें पुदीने के तेल की कुछ बूंदें डालें एक कपड़े से सर को ढककर इस बर्तन से थोड़ा ऊपर रख ले और पानी की भाप ले।
अदरक का उपयोग
ताजी अदरक खाने या गर्म पानी में अदरक डालकर पीने से भी श्वसन मार्ग में संक्रमण के कारण हो रही सांस फूलने की दिक्कत को कम करने में मदद मिल सकती है। एक स्टडी में सामने आया है कि अदरक श्वसन मार्ग में संक्रमण पैदा करने वाले आरएसवी वायरस से लड़ने में असरकारी है।