नागपुर रेलवे स्टेशन में बुनियादी सुविधा में भारी टोटा,साफ सफाई सहित शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जाने की जा रही मांग. गरीब जनता की मांग दुर्ग अंबिकापुर में तीन बोगियां लगाई जाए

मनेंद्रगढ़ जिला एम,सी,बी,कोयलांचल क्षेत्र की यात्री स्टेशनों में जन सुविधा को प्रदत्त करने का दंभ भरने वाली भारतीय रेल की कथनी और करनी में काफी अंतर नजर आ रहा है प्रतिदिन पूरे संभाग से लगभग लाखों टन कोयला ढो कर करोड़ों रुपए कमाने वाली भारतीय रेल के अधिकारी यात्री की सुविधाओं में भारी कटौती कर रहे है, जहां प्रतिदिन मुख्य मार्गो की ट्रेनों को कैंसिल कर कोयला ढोने का कार्य किया जा रहा है वहीं यात्री स्टेशनों में सुविधाओं और साफ सफाई का काफी अभाव है,नागपुर रेल मैं जहां भारी गंदगी के बीच यात्रियों को यात्रा करना पड़ रहा है ना ही वहां पीने का शुद्ध पानी की व्यवस्था है ना ही किसी तरह का कोई कर्मचारी रहता है बरसात के दिनों में सैकड़ो की संख्या में चौपाया वहां मौजूद रहती हैं जिससे गंदगी वहां भरी पड़ी है,नागपुर-रोड रेलवे स्टेशन की हालत बद से बदतर हो गई है।उक्त स्टेशन में नागपुर से लगे हुए कई गांव सहित चिरमिरी नगर निगम के कई यात्री बैकुंठपुर रोड सूरजपुर रोड विश्रामपुर अम्बिकापुर बिजुरी कोतमा अनूपपुर शहडोल बिलासपुर रायपुर बिलासपुर रायपुर सहित भारत के अन्य भागों में जाने के लिए यात्री ट्रेन पकड़ते हैं टिकट बुकिंग आफिस और प्रतीक्षालय के पास कभी साफ- सफाई नही हुई, गंदगी और बदबू से लोग परेशान हैं, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों सहित यात्रियों ने विभाग के उच्च अधिकारियों से रेलवे स्टेशन मैं बुनियादी सुविधाओं सहित रोजाना साफ-सफाई कराई जाने की मांग की है. क्षेत्र की एक बड़ी समस्या गरीबों के लिए दुर्ग अंबिकापुर में तीन बोगियां लगाई जाती थी जिसे गरीब आदमी प्रदेश की राजधानी रायपुर से जुड़ा रहता था कोरोना काल में इसे बंद कर दिया, आज तक की सुविधा गरीबों को नहीं मिल पा रही, ऐसा क्यों क्षेत्र से करोड रुपए का कोयला निकालकर बहार बड़ी कंपनियों को दिया जाता है, जिससे सरकार को लाभ ही लाभ है गरीब जनता की कोई फिक्र नहीं दिखाई देती।