बालोद, छत्तीसगढ़// प्रदेशभर के सरकारी कॉलेज में नियमित प्रोफेसर के पद खाली होने पर पूर्व में ही अतिथि प्रोफेसरों की नियुक्ति की जाती रही है, लेकिन पहली बार सहायक लाइब्रेरियन, सहायक स्पोर्ट्स ऑफिसरों के पदों पर भर्ती अतिथि के रूप में की जाएगी। इन पदों के खाली होने से पढ़ाई के साथ ही खेलकूद की गतिविधियां प्रभावित होती हैं। कॉलेज की लाइब्रेरी की पुस्तकों का लाभ भी विद्यार्थियों को नहीं मिल पाता है। इसलिए अब उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जिन सरकारी कॉलेज में ये पोस्ट रिक्त हैं, वहां वैकल्पिक व्यवस्था बनाने के लिए अतिथि व्याख्याता, अतिथि लाइब्रेरियन, अतिथि स्पोर्ट्स आफिसर पद पर भर्ती की जाएगी। इस शिक्षा सत्र से अतिथि व्याख्याता नीति 2024 को लागू किया जाएगा।
जिले के तीन प्रमुख महाविद्यालय केजी, पीडी और केएमटी में सालों से रिक्त पदों पर भर्ती होगी। डिग्री कॉलेज में पीजी में नौ प्रोफेसर के पद खाली हैं तो गर्ल्स कॉलेज में प्रोफेसर के साथ लाइब्रेरियन और स्पोर्ट्स आफिसर भी नहीं है। वहीं पीडी कॉलेज में प्रोफेसर के अलावा लॉ में भी चार पद रिक्त हैं। माना जा रहा है कि नई शिक्षा नीति को अमल में लाने में रुकावट न हो, इसलिए शुरुआत में गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति कर रिक्त पद भरे जायेंगे। प्रदेश के लगभग सभी सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर, लाइब्रेरियन, स्पोर्ट्स आफिसर की समस्या से जूझ रहे हैं। नियमित पदों पर भर्ती नहीं हो पा रही है। इसलिए अब अतिथि प्राध्यापकों सहित अन्य पदों पर भर्ती नई शिक्षा नीति 2024 के तहत की जाएगी। इस बार छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। भर्ती में भी अलग-अलग योग्यताधारियों का वरियता क्रम निर्धारित किया गया है। पीएचडी डिग्रीधारियों को पहले प्राथमिकता दी जाएगी। उसके बाद नेट सेट परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को वरियता मिलेगी।