कवर्धा, छत्तीसगढ़// ग्राम पंचायत तितरी के आश्रित ग्राम तितरी (प्लाट) में मंगलवार को ग्राम के स्थानीय लोगों को मनरेगा कार्य के दौरान जेसीबी से खुदाई की गई जगह से कुछ पुरातात्षिक सामग्रियां मिली हैं, जिसमें एक शील का पत्थर, दूसरा बैठने वाला पीढ़ा तथा एक ऐसा धातुई पत्थर जो चमकीला दिखाई दे रहा है। स्थानीय लोगों का मानना है कि शायद यह कोई खनिज पत्थर है। जिसे देखने से लगता है कि प्राप्त हुए ये सभी सामग्रियां काफी साल पुराने हैं। इस विषय में स्थानीय लोगों से मिले जानकारी के मुताबिक उक्त स्थल के पास से लगे एक कुंड और केरा (केला) तालाब है जो पहले एक धार्मिक स्थल रहा है।
लोगों का कहना है कि यहां पहले दुःख दर्द और बीमारियों से पीड़ित लोग यहां आकर स्नान करते वह मन्नत मांगते थे जिससे उनकी मनोकामना पूरी होती थी इस स्थल को नरसिंह कुंड के नाम से भी जाना जाता है। इस कुंड में बारह महीने पानी भरा ही रहता बिना किसी अन्य जल स्रोत के। उक्त स्थान पर इस प्रकार की वस्तुओं का मिलना इस बात की ओर इशारा करती है कि यह जगह निश्चित रूप से पहले प्राचीन सभ्यताओं से जुड़ा रहा होगा। ग्रामीणों का कहना है कि इस स्थान से और भी प्राचीन तत्व व सामग्रियां मिलने के आसार हैं। उपरोक्त कारणों से इस स्थल को ग्रामीणों ने एक धार्मिक स्थल में तब्दील करने का मन बना लिया है।