साफ सफाई पर दे विशेष ध्यान! उल्टी दस्त का बढ़ रहा प्रकोप, कई लोग हुए इसके शिकार

दुर्ग, छत्तीसगढ़// उल्टी दस्त के प्रकोप से जिले के ग्राम बोड़ेगांव (ननकट्ठी) में 40 लोग प्रभावित हो गए है, वही इसका असर और धीरे धीरे बाकी लोगों में फैलने की प्रबल संभावना दिखाई पड़ रही है, इस बात की सूचना स्वास्थ्य अधिकारी को मिलते ही गांव में स्वास्थ्य अमला मुस्तैद कर दिया गया है। वहीं काम्बेट टीम संक्रमित क्षेत्र का सर्वे कर मरीजों का घर पर ही चिकित्सकीय उपचार किया जा रहा है। जिसमे सिर्फ एक का शंकराचार्य अस्पताल में इलाज जारी है।
जिले के ग्राम बोड़ेगांव (ननकट्ठी) गांव में अचानक उल्टी दस्त की शिकायत सामने आई है जिसमे करीब 40 लोग प्रभावित हुए है वही इसकी सूचना दुर्ग जिला स्वास्थ्य विभाग को लगते ही स्वास्थ्य अमला गांव में मुस्तैद हो कर काम्बेट टीम द्वारा संक्रमित क्षेत्र का सर्वे कर प्रभावित का चिकित्सकीय उपचार किया जा रहा है, वही इस संबंध में सूचना प्राप्त होते ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.पी. मेश्राम के आदेशानुसार जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी, डॉ. एस. के. मेश्राम, जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. सी.बी.एस. बंजारे, रीतिका मसीह सहित सुपरवाईजर व स्वास्थ्य कार्यकर्ता सहित काम्बेट टीम के अन्य सदस्यों द्वारा संक्रमित क्षेत्र का दौरा किया गया। जिसमे खंड चिकित्सा अधिकारी, विकासखंड निकुम के अनुसार 14 एवं 15 मई को ग्राम बोड़ेगांव के वार्ड 11 में 40 उल्टी दस्त प्रकरण सामने आया है जिसमे 39 लोगो का वही स्थानीय चिकित्सकीय उपचार कर रिकवर किया गया सिर्फ एक व्यक्ति को शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी मेंअस्पताल में उपचार कराया जा रहा है।
वही मीडिया से चर्चा में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.पी. मेश्राम ने बताया कि सभी स्वस्थ है और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के काम्बेट टीम व मितानिन द्वारा संक्रमित क्षेत्र का सर्वे किया जा चुका है। मितानिनों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता को प्रभावित क्षेत्र में सतत निगरानी किये जाने निर्देशित किया गया है। साथ ही स्वास्थ्य केन्द्रों में चौबीस घंटे ड्यूटी लगायी गयी है। साथ ही दोनों गांव के सरपंच को ग्राम बोड़ेगांव से रवेलीडीह पानी सप्लाई होने वाली पाईपलाईन तत्काल बंद कराने, पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था टैंकर, हैंडपंप व अन्य साधन से किया जाने तथा गर्मी को देखते हुये पाईप लाईन को सुधार कार्य कराने की सलाह दी गई। वर्तमान मे उल्टी-दस्त के प्रभावित क्षेत्र में स्थिति नियंत्रण पर है।
