बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा देकर छोड़ा देश, जानिए पूरी खबर!
Ind24tv.com// बांग्लादेश में तख्तापलट हो गया आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन ने आखिरकार पीएम शेख हसीना की गढ़ी छीन ली। 15 साल से लगातार सत्ता में रहीं हसीना ने सोमवार को पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ कर विमान से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंचीं। एनएसए अजित डोभाल ने वहां हसीना से मुलाकात की। हसीना की बहन रेहाना भी उनके साथ हैं। सूत्रों के अनुसार, हसीना लंदन जाएंगी, उन्होंने ब्रिटेन से राजनीतिक शरण मांगी है। लेकिन देर रात तक ब्रिटेन की ओर से हरी झंडी नहीं मिलने के बाद उनके फिनलैंड जाने की संभावना है। आर्मी चीफ वकार-उज-जमा ने कहा, अब देश की बागडोर सेना के हवाले है। जल्द अंतरिम सरकार बनेगी।
कुछ युवा पीएम के सरकारी पैलेस ‘गणबंधन’ में घुस गए और यहां पर कब्जा कर लिया। कई लोग यहां से सूटकेस, कुर्सियां और अन्य सामान उठाकर ले गए। छात्रों की भीड़ संसद पवन में भी घुस गई। देर रात राष्ट्रपति मोहम्मद शाबुद्दीन ने पूर्व पीएम और विपक्षी नेता खालिदा जिया को नजरबंदी से रिहा कर दिया। भीड़ ने चीफ जस्टिस ओबेदुल हसन और गृहमंत्री असद उज जमां के घर में तोड़फोड़ की। ढाका में अवामी लीग के मुख्य दफ्तर को आग के हवाले कर दिया गया। उधर, बीएसएफ ने बांग्लादेश बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी है। भारत ने बांग्लादेश के लिए ट्रेन और उड़ानें रद्द कर दी हैं।
हालात इतने बिगड़ गए हैं कि शेख हसीना राष्ट्र के नाम संबोधन तक नहीं दे पाई, सोमवार सुबह आर्मी चीफ वकार ने हसीना को फोन कर बताया कि हालात बेहद नाजुक हैं। दोपहर लगभग 12:30 बजे आर्मी चीफ हसीना के सरकारी आवास पहुंचे। हसीना ने आर्मी चीफ को इस्तीफा सौंप दिया। वे राष्ट्र के नाम संबोधन देना चाहती थीं लेकिन वकार ने कहा ऐसा न करें, इससे युवा भड़क जाएंगे। हसीना ने 1:30 बजे दो सूटकेस में सामान भरा और पीएम सरकारी आवास छोड़ दिया। 1:45 बजे वे तेजगांव एयरपोर्ट पर वायुसेना के विमान में सवार हुई और ढाका छोड़ दिया। हसीना को इस्तीफे मनाने वाले आर्मी चीफ वकार उनकी चचेरी बहन के दामाद है।