अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: जानिए 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है योग दिवस

दुर्ग, छत्तीसगढ़// योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से सेहत को कई सारे फायदे मिलते हैं योग से होने वाली इन्हीं फायदे के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है। वही नगर पालिक निगम भिलाई में 21 जून को दशम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग कार्यक्रम का आयोजन शांति नगर दशहरा मैदान फूटबाल ग्राउण्ड में प्रातः 6 से 7 बजे के मध्य होगा। इसमें सामाजिक, धार्मिक, अध्यात्मिक, जनप्रतिनिधि, छात्रो, खिलाड़ी, योगा आचार्यो एवं नागरिको की उपस्थिति में होगा। इस कार्य हेतु आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव ने कार्यक्रम के सुचारू संचालन के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दायित्व सौंपे है।
हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, यह दिन खास तौर पर योग से होने वाली कई लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के मकसद से मनाया जाता है। योग एक प्राचीन अभ्यास है जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई है और इसने अपने शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक लाभों के लिए दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की है। योग दिवस बनाने के लिए 21 जून का दिन इसलिए तय किया गया क्योंकि पंचांग के मुताबिक 21 जून को उत्तरी गोलार्ध का सबसे लंबा दिन होता है।
इसे ग्रीष्म संक्रांति कहते हैं। जिसके बाद सूर्य दक्षिणायन होता है, सूर्य के दक्षिणायन होने पर इसका तेज कम हो जाता है जिससे वातावरण अशुद्ध हो जाता है, कीटाणु उत्पन्न होते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है ऐसे में आध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने और तन मन को स्वस्थ रखने के लिए 21 जून का दिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए चुना गया है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत साल 2015 से हुई थी। दरअसल साल 2014 के सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में अपने संबोधन के दौरान योग दिवस का विचार प्रस्तावित किया था। इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य देशों ने सर्वसम्मति से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने पर सहमति व्यक्त की, इसके बाद 21 जून 2015 को पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।