बाबा अंबेडकर के श्रद्धांजलि दिवस के अवसर पर 51 लोगों ने रक्तदान कर दिया मानव सेवा का संदेश

दुर्ग छत्तीसगढ़// बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस को बुधवार को श्रद्धांजलि दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर डॉ. आंबेडकर सांस्कृतिक भवन, सेक्टर-6 में कार्यक्रम आयोजित किए गए। सुबह 10 बजे भवन में स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर भारतीय बौद्ध महासभा की अध्यक्ष सविता मेश्राम ने माल्यार्पण किया।
इसके बाद बुद्ध वंदना हाल में उपस्थित उपासकों ने बाबा साहेब को याद करते हुए पुष्प अर्पित कर आदरांजलि दी। वक्ताओं ने अपने उद्बोधन में डॉ. आंबेडकर के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए उनके स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व के संदेश को दोहराया। बाबा साहेब ने कहा था- विद्यार्थियों को समय का सदुपयोग करना चाहिए। जब विद्यार्थी परिश्रम, लगन, साधन के साथ ही लक्ष्य और भाषाओं पर भी ध्यान देगा तो बड़ी-बड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं। संचालन संस्था के महासचिव रामराव ढोक ने किया। इसके पश्चात सुबह 11 बजे भिलाई- दुर्ग के सभी बौद्ध समाज अनुयायियों और जिला चिकित्सालय दुर्ग के सहयोग से सेक्टर-6 के भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 51 लोगों ने रक्तदान कर मानव सेवा का संदेश दिया। रक्तदानियों को प्रमाण पत्र देकर समाज ने सम्मानित किया। तथागत समिति भिलाई ने उन्हें फल दान किया। समता सुरक्षा सेना महिला विंग ने नारियल पानी बांटा। इससे पहले शिविर का उद्घाटन सीएमएचओ डॉ. जेपी मेश्राम ने किया। अन्य अफसर मौजूद थे। डॉ. अंबेडकर ने संविधान में सभी को समानता का अधिकार दियाः कुरैशी छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व मंत्री बदरूदीन कुरैशी व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 67वीं पुण्यतिथि पर 32 बंगला में तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कुरैशी ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने 1955 में भारतीय बौद्ध महासभा की स्थापना की और 14 अक्टूबर सन् 1956 में लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया। उन्हें आधुनिक भारत के मनु कि संज्ञा दी गई है। संविधान में उन्होंने अछूतों को समानता का अधिकार दिलाया। भारत की एकता और अखण्डता के लिए इन्होंने कई महत्वपूर्ण बातों को संविधान में शामिल किया। कार्यक्रम में समयलाल साहू, जोगा राव, आरएस शर्मा, सतपाल सिंह, अकिल, जमील, फारूख, बलदेव सिंह, नजमूनिश आदि उपस्थित थे।
बाबा साहेब की सोच सामाजिक समानता की मिसाल: वोरा वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक अरुण वोरा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान वोरा ने कहा कि भारत के संविधान निर्माण में महती भूमिका निभाते हुए बाबा साहेब का विजन अपने दौर से कोसों आगे था। उन्होंने सर्व समाज मे समानता और अस्पृश्यता को लेकर जो विचारधारा देश के सामने रखी वह अनुकरणीय है। आने वाली पीढ़ी को उनके जीवन से सदैव प्रेरणा लेती रहेगी। इस दौरान आरएन वर्मा, जिलाध्यक्ष गया पटेल, सभी पार्षद व एल्डरमैन उपस्थित थे। इसी तरह पावर हाउस में भी कार्यक्रम हुआ।